कई वजहों से हुई खाली बोतल
कई वजहों से बने जाम
कभी ख़ुशी के नाम
कभी दर्द के नाम
कभी गम बाँटने की चाह में
कभी छुपाने वाली आह में
कभी खिलखिलाते हुए
कभी सिसकियों के बीच
कभी दोस्तों के नाम
कभी दुश्मनों के नाम
कभी भुलाने के लिए
कभी रुलाने के लिए
कभी दिखाने के लिए
कभी सताने के लिए
दिल मिलने के नाम
दिल टूटने के नाम
कई वजहों से हुई खाली बोतल
कई वजहों से बने जाम
कभी ख़ुशी के नाम
कभी दर्द के नाम
I am just a sparkling wine connoisseur (Champagne or better) but as a perfumer I have worked with absolute alcohols..the finest and purest and I have a nose for quality liquor. Its been fun working with Liquor factory where my leather bag imbibed enough alcohol vapours and sent wrong signals to people. This poem is more of observing many people in my life. Some pakka bewdas !!!
Copyright Mridual aka writingdoll
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